'इशरत जहाँ' के लिए खोज परिणाम

मिलिए दिल्ली दंगे की आरोपी इशरत जहां से, जिन्हें कोर्ट ने इस आधार पर बेल दे दी क्योंकि वो एक महिला हैं!

न्यायपालिका सर्वोच्च है और यही सर्वोच्चता लोकतंत्र की संरक्षक है। इसी संरक्षण से सुरक्षा का भाव है और श्रेष्ठता के सपने के साकार होने की संभावना है। यही श्रेष्ठता के सूचकांक का भी सूचक है। पर जरा सोचिए क्या ...

कोलकाता की इशरत और कट्टर मुस्लिम प्रथाओं की लड़ाई में किसकी होगी जीत ?

हमारे देश में 'धर्म' को लेकर खूब बवाल मचता है, इसी के नाम पे वोट बैंकों की राजनीति खूब फलती-फूलती है और नफरत और उन्माद फैलाना तो बहुत छोटी बात है। हमारे यहाँ हिंदुत्व की कुरीतियां उजागर कर, बतलाकर, ...

कश्मीर और The Kerala Story के बाद इन 5 जगहों पर फिल्में बननी चाहिए

The Keral Story: इन दिनों भारतीय फिल्मों में “फाइल्स” श्रेणी की फिल्में बनने की होड़ सी मच गई। अभिषेक अग्रवाल द्वारा पोषित एवं विवेक अग्निहोत्री द्वारा कृत “द कश्मीर फाइल्स” ब्लॉकबस्टर क्या हुई, सबने भारतीय राज्यों का अनकहा सच ...

“राकेश झुनझुनवाला और दीपक पारेख ने जिसे सुनाया था”, श्रीनिवासन जैन ने NDTV छोड़ दी

Sreenivasan Jain quits NDTV: जब से अडानी ने एनडीटीवी खरीदा है, तब से ही चैनल के अंदर 'पल बढ़ रहे या यूं कहें कि बूढ़े हो चुके' एजेंडाधारियों की शामत आई हुई है! वे या तो पेट पकड़कर बैठे ...

दिल्ली दंगे: पीड़ित परिवारों को जल्द ही न्याय मिलने वाला है

कुछ जख्म ऐसे होते है, जो समय के साथ भी नहीं भर पाते है। ऐसे ही जख्म दिल्ली को दो वर्ष पहले मिले थे, जब देश-विरोध तत्वों के द्वारा राजधानी को दंगों की आग में झोंकने का काम किया। ...

‘गोडसे से गांधी तक’ बाल ठाकरे के बाद कैसे बदली शिवसेना की प्राथमिकताएं

मुख्य बिंदु एक दौर था जब 'पंडित' नाथूराम गोडसे का महिमामंडन करती थी शिवसेना संजय राउत ने कहा, "अगर कोई वास्तविक हिंदुत्ववादी होता, तो वह जिन्ना को गोली मार देता, कोई गांधी को क्यों गोली मारता?" संजय राउत का ...

क्षेत्रीय भाषाओं को राजकीय भाषा और संस्कृत को राष्ट्रीय भाषा के रुप में स्थापित करना अत्यंत आवश्यक है

भाषा का सांस्कृतिक और प्रशासनिक महत्व है। यह आपको सांस्कृतिक और पारंपरिक रूप से समृद्ध तथा प्रशासनिक कार्यों को सुगम व सरल बनाता है। भारत में जितनी भाषाएँ बोली जाती है उतनी अन्यत्र कहीं नहीं बोली जाती। भारत में ...

नीतीश “कुशासन” कुमार – एक भड़ास

अगर कोई कीचड़ से सना हुआ आदमी आपके सामने आकर खड़ा हो जाए और आप उस पर एक लोटा पानी फेंक दे तो क्या होगा? जिस भाग में पानी का स्पर्श हुआ है वो थोड़ा सा साफ़ दिखेगा। नीतीश ...

‘सनातन धर्म विषैला है’, तमिलनाडु में भाजपा के बढ़ते प्रभाव से बौखलाए चिदंबरम ने लांघी सारी सीमाएं

किसी व्यक्ति के विरोध में आप उसकी आलोचना करो, ये कोई बुरी बात नहीं। लेकिन एक व्यक्ति की आलोचना में समाज से लेकर संस्कृति और राष्ट्र को नीचा दिखाना कौन से स्तर की समझदारी है, ये शायद ही किसी ...

“दिल्ली दंगों की जांच को लेकर मीडिया भ्रामकता फैला रही है”, दिल्ली पुलिस की लिबरल मीडिया को कड़ी चेतावनी

पूर्वोत्तर दिल्ली में पिछले वर्ष हुए दंगों के बारे में इस समय दिल्ली हाई कोर्ट में मुकदमा चल रहा है। इसी दौरान एक सनसनीखेज खुलासे में दिल्ली पुलिस ने उन न्यूज पोर्टल्स को आड़े हाथों लिया है जो न ...

बाबरी मस्जिद फैसला– कैसे लिबरल मीडिया मुसलमानों को पीड़ित ही बनाए रखना चाहती है

हाल ही में एक अहम निर्णय में सीबीआई के एक विशेष न्यायालय ने बाबरी मस्जिद में आरोपीत 32 व्यक्तियों को ठोस साक्ष्यों के अभाव में निर्दोष करार दिया। न्यायालय ने ये स्पष्ट किया है कि मस्जिद का विध्वंस पहले से ...

“इन्हें वोट देकर गलती कर दी”- आम आदमी पार्टी के शाहीनबाग वाले बयान पर भड़के मुसलमान

सूरज पश्चिम दिशा से उदय हो सकता है, कुत्ते की पूँछ भी सीधी हो सकती है, चीन एक लोकतांत्रिक देश तक बन सकता है और शायद रवीश कुमार एक दिन जय श्री राम का नारा भी लगा सकते हैं, ...

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